Pm Saurya Ghar Muft Bijli Yojna
पीएम सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना – संपूर्ण जानकारी
योजना का परिचय
पीएम सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना को 15 फरवरी 2024 को ₹75,021 करोड़ के बजट के साथ लॉन्च किया गया था। इस योजना का उद्देश्य 1 करोड़ घरों में रूफटॉप सोलर पैनल लगाना है, जिससे लोग अपनी बिजली खुद उत्पन्न कर सकें और बिजली बिलों में बचत कर सकें।
पात्रता (Eligibility)
इस योजना का लाभ उठाने के लिए निम्नलिखित शर्तें पूरी करनी होंगी:
✅ केवल घरेलू उपयोग के लिए – वाणिज्यिक (Commercial) और औद्योगिक (Industrial) संपत्तियां पात्र नहीं हैं।
✅ संपत्ति का मालिक होना अनिवार्य – किरायेदारों के लिए योजना उपलब्ध नहीं है।
✅ रूफटॉप स्थान – छत पर पर्याप्त खुली जगह होनी चाहिए।
✅ स्थानीय डिस्कॉम (DISCOM) नियमों का पालन करना होग
योजना के लाभ (Benefits)
✅ सरकारी सब्सिडी:
3 kW तक – 108000 सब्सिडी
3 kW से 10 kW तक – 108000 ki सब्सिडी
10 kW से ऊपर – कोई सब्सिडी नहीं
✅ बिजली बिल में बचत:
सालाना ₹7,000 से ₹18,000 तक की बचत
✅ स्वच्छ ऊर्जा – कार्बन उत्सर्जन में कमी
✅ ऊर्जा स्वतंत्रता – बिजली कटौती की समस्या से छुटकारा
सहयोगी बैंक एवं लोन सुविधा
भारत सरकार इस योजना के तहत ₹2 लाख तक का कोलेटेरल-फ्री लोन दे रही है, जिसमें 6.75% वार्षिक ब्याज दर होगी।
सहयोगी बैंक:
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI)
पंजाब नेशनल बैंक (PNB)
बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB)
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
इंडियन बैंक
बैंक ऑफ महाराष्ट्र
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और अन्य
✅ लोन अवधि 1 to 10 साल तक की आसान किस्तों में चुकौती
✅ योग्यता – संपत्ति के मालिक को KYC और आय प्रमाण पत्र दिखाना होगा
आवेदन प्रक्रिया (How to Apply?)
1️⃣ www.pmsuryaghar.gov.in पर जाएं
2️⃣ रजिस्टर करें – आधार लिंक्ड मोबाइल नंबर से लॉगिन करें
3️⃣ डिस्कॉम (बिजली कंपनी) का चयन करें
4️⃣ रूफटॉप सोलर योजना के लिए आवेदन करें
5️⃣ सरकारी मान्यता प्राप्त विक्रेता चुनें
6️⃣ सोलर पैनल इंस्टॉलेशन – विक्रेता द्वारा लगवाएं
7️⃣ डिस्कॉम से अप्रूवल प्राप्त करें
8️⃣ सब्सिडी सीधे बैंक खाते में जमा होगी
📌 समय सीमा: पूरा इंस्टॉलेशन 30-60 दिनों में पूरा हो सकता है।
ऑन-ग्रिड vs. ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम
ऑन-ग्रिड (बिजली ग्रिड से कनेक्टेड)
✅ अतिरिक्त बिजली ग्रिड को बेच सकते हैं (नेट मीटरिंग)
✅ बैटरी की जरूरत नहीं, कम लागत
❌ बिजली कटौती होने पर सिस्टम काम नहीं करता
ऑफ-ग्रिड (बिना ग्रिड के, बैटरी आधारित)
✅ बिजली कटौती के दौरान भी काम करता है
✅ संग्रहित ऊर्जा (बैटरी) का उपयोग कर सकते हैं
❌ ज्यादा महंगा, क्योंकि बैटरी की जरूरत होती है
सोलर सिस्टम की अनुमानित लागत (1 kW - 10 kW)
📌 नोट: कीमतें स्थान, ब्रांड और इंस्टॉलेशन चार्ज के अनुसार अलग-अलग हो सकती हैं।
नेट मीटरिंग – अतिरिक्त बिजली बेचकर कमाई करें
यदि आपकी सोलर यूनिट 400 यूनिट बिजली बनाती है, लेकिन आप 300 यूनिट ही इस्तेमाल करते हैं, तो 100 यूनिट ग्रिड में भेज दी जाएगी।
बिजली कंपनी इन 100 यूनिट का क्रेडिट आपके बिल में जोड़ देगी।
इससे आपका बिजली बिल ₹0 तक आ सकता है!
सोलर सिस्टम के प्रमुख घटक (Components & Maintenance)
✅ सोलर पैनल – धूप को बिजली में बदलते हैं
✅ इन्वर्टर – DC पावर को AC पावर में बदलता है
✅ नेट मीटर – ग्रिड को भेजी गई बिजली की निगरानी करता है
✅ बैटरी स्टोरेज (केवल ऑफ-ग्रिड के लिए)
✅ माउंटिंग स्ट्रक्चर – पैनल को सही कोण पर स्थापित करता है
📌 रखरखाव:
सोलर पैनल को महीने में एक बार साफ करें
साल में एक बार वायरिंग और इन्वर्टर की जांच कराएं
सोलर पैनल की उम्र – 25-30 साल
इन्वर्टर – 10-15 साल
बैटरियां – 5-7 साल में बदलनी पड़ती हैं
निष्कर्ष
✅ PM Surya Ghar Yojana में बिजली बिल की 100% बचत और सरकारी सब्सिडी के लाभ हैं।
✅ 5-6 साल में लागत वसूल हो जाती है, और अगले 25 साल में ₹4-5 लाख की बचत संभव है!